Monday 1 January 2018

जागरूकता जरुरी है

 आज  की  सबसे  बड़ी  समस्या  यह  है  कि   व्यक्ति  जागरूक  नहीं  है  l  युगों  की  गुलामी  सहने  के  कारण   लोगों  को  गुलाम  रहने  की  आदत  बन  चुकी  है ,  अब  वे  ' मानसिक  गुलाम '  हो  गए  हैं  |  अपने  छोटे - छोटे  स्वार्थों  के  लिए   वे  समर्थ  लोगों  के  हाथ  की  कठपुतली  बन  जाते  हैं  ,  उनके  एक  इशारे  पर  लड़ने - झगड़ने  और  दंगा - फसाद  करने  पर  उतारू  हो  जाते  हैं  l   थोड़ा  धैर्य  रखकर  सोचना  चाहिए   की  ऐसा करने  से उनका स्वयं  का  क्या  फायदा  है  l   स्वयं  की  जान  को  खतरा , परिवार  असुरक्षित  और  सबसे  बढ़कर   ऐसे  झगड़े - लड़ाई  में  समय  बरबाद  l  ईश्वर  ने  जो  सुख - साधन  दिए,  जब  उन्ही  का  चैन  से  आनंद  न  उठा  पाए ,  तो  ऐसा  जीवन  ही  बेकार  है  l
  हर  पल  बीतने  के  साथ  हमारी  साँसे  घटती  जा  रहीं  है  ,  अब  जो  शेष  बचा  है  उसे  तो  स्वाभिमान  से  जिओ  l   यदि  नेक  रास्ते  पर  चलें ,  थोड़ा - बहुत  दान - पुण्य ,  लोक कल्याण  का  कार्य  करें   तो  हमारी  हर जरुरत  ईश्वर  ही  पूरी  कर  देते  हैं ,  उसके  लिए  किसी  की  गुलामी  की  जरुरत  नहीं  है  l
 धैर्य  , विश्वास  और  जागरूकता  जरुरी  है  l 

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